ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को पाकिस्तान को कर्नाटक हिजाब विवाद पर टिप्पणी करने पर चेतावनी दी।
उत्तर प्रदेश में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने पाकिस्तान से भारत के आंतरिक मामले में दखल देने के बजाय अपने मुद्दों पर ध्यान देने को कहा। उन्होंने पड़ोसी देश को याद दिलाया कि मलाला को शिक्षा हासिल करने के लिए विदेश भागने के लिए मजबूर किया गया था।
कर्नाटक हिजाब विवाद में दखल देने के लिए पाकिस्तान को लताड़ते हुए उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि पाकिस्तान के लोग अपनी समस्याओं पर ध्यान दें न कि भारत की ओर देखें।
ओवैसी की यह टिप्पणी कुछ पाकिस्तानी नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद की निंदा करने के बाद आई है।
Listen into @asadowaisi tearing into #Pakistan Imran Khan govt's hypocrisy lecturing India on #Hijabrow in Karnataka
“‘’हमारा घर का मसला -टांग मत अड़ाओ, ज़ख़्मी हो जाओगे ‘’ #HijabisOurRight #KarnatakaHijabRow pic.twitter.com/KEyof23fed— Milan Sharma (@Milan_reports) February 9, 2022
दरअसल, बुधवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने हिजाब मामले में टिप्पणी करते हुए कहा था कि “मुस्लिम लड़कियों को शिक्षा से वंचित करना मौलिक मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है। किसी को भी इस मौलिक अधिकार से वंचित करना और उन्हें हिजाब पहनने के लिए आतंकित करना बिल्कुल दमनकारी है। दुनिया को यह महसूस करना चाहिए कि यह मुसलमानों के बस्तीकरण की भारतीय राज्य की योजना का हिस्सा है।”
Depriving Muslim girls of an education is a grave violation of fundamental human rights. To deny anyone this fundamental right & terrorise them for wearing a hijab is absolutely oppressive. World must realise this is part of Indian state plan of ghettoisation of Muslims.
— Shah Mahmood Qureshi (@SMQureshiPTI) February 9, 2022
ओवैसी ने बुधवार को हिजाब पहने उस छात्रा से भी बात की, जिसे कर्नाटक में भगवा स्कार्फ पहने लड़कों ने परेशान किया था।